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"तेरी याद में"
तेरे
बिन जीने की, कोशिशे हज़ार करता हूँ,
न
जाने क्यों तुझे मैं बेइंतहा प्यार करता हूँ ?
तू
तो शायद भूल गई होगी मुझे किसी गैर को पाकर,
पर
मैं तो डूबा "तेरी याद में" तेरे लौट आने का इंतज़ार करता हूँ ॥
प्रिय पाठक,
मैं गुलाब चन्द शर्मा उर्फ जोगिन्दर
शर्मा आप सभी को अपनी पहली काव्य-संग्रह सहर्ष भेंट कर रहा हूँ । इस आशा और
विश्वास के साथ कि आपको यह काव्य-संग्रह ज़रूर पसंद आएगी ।
दोस्तों
मैं कोई कवि या लेखक नहीं हूँ, जो
साहित्य सागर के नायाब शब्द रूपी मोतियों को अपनी कविता/लेख में पिरो कर आपको
मोहित कर सकूँ । यह जानते हुए की मैं ऐसा कतई नहीं कर पाऊँगा । उसके बाद भी मैं आप
सभी को मोहित करने और आपके दिल में थो़ड़ी-सी जगह पाने की नाकाम कोशिश कर रहा हूँ ।
मुझे पूर्ण विश्वास है कि आपका प्यार और आशीर्वाद मुझे ज़रूर मिलेगा, जो मुझे आगे
लिखते रहने की प्रेरणा देता रहेगा ।
सधन्यवाद
!
आपका अपना
गुलाब
चन्द शर्मा
Details of Book: Teri Yaad Main
| Book: | Teri Yaad Main |
| Author: | Gulab Chand Sharma |
| Category: | Poetry |
| ISBN-13: | 9789384314408 |
| Binding: | Paperback |
| Publishing Date: | 2016 |
| Number of Pages: | 38. |
| Language: | Hindi |
| Reader Rating | N/A |
Please note: All products sold on Rigi Publication are brand new and 100% genuine
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